Thursday, June 2, 2011

खामोशी को सुना मैने
















यकीन तो था हमे कि --
खामोशी भी कुछ कहती  है...
पर इन दिनो मैने
खामोशी को
कहते हुये सुना है ....
उसकी दीवानगी को 
समझा है,
उसका अपनापन
महशूस किया है |

जिंदगी के उतार चढाव 
और हालात के 
थपेडो से नीढाल 
कुछ वक़्त
अपने लिये निकाल,
दूर सूनी वादीयो  में 
खालीपन का बोझ ढोये
जब तुम आओगे--
वहां बाहे  फैलाये 
खामोशी को एक
नये रूप में पाओगे |

खामोश खडे पर्वत
हिम की
ठंडी चादर ओढे,
कह रहे थे मुझसे--
आओ जरा 
आराम कर लो
मेरे सीने में सर रख कर
सारे गम भूल कर 
मुझे बाहो में भर लो ....

घने उंचे लंबे 
चीड और देवदार 
यू तो खामोश खडे थे
पर 
अपनी छाया का 
गालीचा  बीछाये ,
पुकार रहे थे मुझको ..
हवा की ठंडी 
थपकियो से 
सहला रहे थे मुझको..

दूर से चूपचाप बहती
वो नदी की
 शीतल धारा
आतुर हो कर
 मुझे बुलाती,
थकान दूर करने
 को मेरी....
वो बार बार 
कदमो को छू कर जाती ...

मैं  भी दुनिया भूल
अब उनकी हो चुकी थी
इतना प्यार 
अपनापन पा कर 
हर गम यहां  पर 
खो चुकी थी
अब ना कोई गम रहा 
ना दिल पे कोई बोझ 
मन हलका हो गया 
मिल गया संतोष |

वक़्त आ गया अब 
जुदाई का
उन हसीन वादियो से
विदायी का
वो अब भी वैसे ही 
खामोश हैं,
पर 
अब मैं  उन्हें
सून सकती हुं ...
वो जुड गये हैं मुझसे !!!!!

रिया


7 comments:

  1. bahut accha riya G
    aise hi likhti rahe...
    hamare follower bankar hamara margdarshan kare
    www.pksharma1.blogspot.com

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  2. यकीन तो था हमे कि --
    खामोशी भी कुछ कहती है...
    पर इन दिनो मैने
    "खामोशी को
    कहते हुये सुना है ....
    ...उसकी दीवानगी को
    समझा है,
    उसका अपनापन
    महशूस किया है |"
    रिया ,वाकई यह रचना लाजवाब है. खामोशी ऐसी अवस्था है जो स्वयं से स्वयं का साक्षात्कार कराती है.प्रकृति का हर कण संवाद का संचार करता है और अपना प्रभाव भी छोड़ता है.बहुत सुन्दर कविता.

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  3. pk sharma ji..maan badhane ke liye sukriya.....par abhi hum khud hi margdarshak dhund rahe...thod bahut likh leti hun.......kavita sarahne ke liye dhanyawaad

    Rajiv ji..............Aapka bahut bahut dhanyawaad...................

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  4. सच में यह ख़ामोशी बहुत कुछ कह जाती है ..जिन भावनाओं को हम शब्दों के माध्यम से अभिव्यक्त नहीं कर सकते उन्हें ख़ामोशी सहज में ही अभिव्यक्त करती है ....अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आना ....!

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  5. कृपया वर्ड वेरिफिकेशन हटा लें ...टिप्पणीकर्ता को सरलता होगी ...

    वर्ड वेरिफिकेशन हटाने के लिए
    डैशबोर्ड > सेटिंग्स > कमेंट्स > वर्ड वेरिफिकेशन को नो NO करें ..सेव करें ..बस हो गया .

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  6. thaks kewal raam.......aapke shyog ke liye...:)

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  7. वाह बेहतरीन !!!!

    भावों को सटीक प्रभावशाली अभिव्यक्ति दे पाने की आपकी दक्षता मंत्रमुग्ध कर लेती है...

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