माना वो सारे ख्वाब बेहद हसीन थे पर
यूं ख्वाब दिखा के नींदे चुराना ठीक नही
थामा था हाथ की चलोगे साया बन कर
यूं हाथ बड़ा कर मुकर जाना ठीक नही
नाशुक्रे दिल की चोट बडी गहरी थी
यूं दिल तोड कर आँसु बहाना ठीक नही
दिल लगा कर ,उससे प्यार जता कर
यूं झुठ - मूठ अपना बनाना ठीक नही
प्यार के बीज बो कर किसी दिल पर
यूं चाहत की प्यास जगाना ठीक नही
प्यार के गुलशन मे खिली गुल सी---
यूं रिया को आजमाना ठीक नही!!!
रिया
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