जी चाहता है
गम भूल खुशियाँ लुटाने को जी चाहता है
एक बार फिर प्यार जताने को जी चाहता है
शाम ढलते ही सपनो में आ जाते हो
तेरी इसी अदा पे जां लुटाने को जी चाहता है
चाहे कियूं ना लाख मशरूफ रहो तुम
हाल ए दिल तुम्हे बताने को जी चाहता है
गर कभी रूठ जाओ जो मुझसे तुम
बार बार तुम्हे मनाने को जी चाहता है
तुझे खोने से डरती हूँ मैं --------
फिर कियूं सताने को जी चाहता है???
रिया
बहुत ही बढ़िया
ReplyDeleteसादर